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कैसे बचे अनावश्यक झगड़े से

safalta ke mayne
safalta ke mayne
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मित्रों, बात अब से करीब दो साल पुरानी है.मुझे हैदराबाद से बंगलोर की रात 11.05 बजे की फ्लाइट पकडनी थी. मैंने करीब आठ बजे के आसपास अपने घर के आगे से टैक्सी पकड़ी और एअरपोर्ट के लिए निकल पड़ी. हम लोग सही लेन पकड़कर, सामान्य गति से एअरपोर्ट की तरफ जा रहे थे . अचानक एक काले रंग की कार पार्किंग स्पेस से हमारे आगे आ गयी.
मेरे टैक्सी ड्राईवर ने जल्दीबाजी में ब्रेक दबाया और किसी तरह एक बड़ी दुर्घटना को होने से रोक लिया.
उस काली कार के ड्राईवर ने अपना सर कार की खिड़की से बाहर निकला और हम पर चिल्लाने लगा, मेरे टैक्सी ड्राईवर को गलियाँ देने लगा. मेरा टैक्सी ड्राईवर दुसरे टैक्सी ड्राईवर को देखकर सिर्फ मुस्कराया और हाथ हिलाकर आगे बढ़ गया.
वो टैक्सी ड्राईवर बहुत ही स्नेहशील था इसलिए मैंने उससे पूछ ही लिया कि उसने ऐसा क्यूँ किया. काली कार वाले ड्राईवर की गलती होने के बाद भी वो तुम पर चिल्लाया और उसने तुम्हे गाली भी दी.मेरा टैक्सी ड्राईवर हंसने लगा . उसने कहा –मैडम जी क्यूँ ऐसे लोगों के मुह लगो. पता नहीं किस का गुस्सा मेरे ऊपर निकल रहा है. अपना ही मूड ख़राब होगा.
उस टैक्सी ड्राईवर ने मुझे उस दिन बहुत बड़ी सीख दी. जो कि व्यक्तिगत और व्यवहारिक जीवन में मेरे बहुत काम आई और मैंने अपने बहुत सारे खूबसूरत दिनों पर कचरा गिरने से बचा लिया.
अब आप सोचेंगे यहाँ कचरा कहाँ से आ गया ??

मित्रों, मैं आपको कचरे के ट्रक का नियम समझाती हूँ.
बहुत सारे लोग कचरे के ट्रक की तरह होते हैं . वे सब जगह कचरा भर कर, कुंठा से भर कर , गुस्से से भर कर , निराशा से भर कर घूमते हैं, जब उनका इस तरह का कचरा बढ़ जाता है , तब उन्हें कचरा फेंकने के लिए कोई जगह चाहिए होती है और कभी कभी वे अपना कचरा आपके ऊपर फेंक देते हैं. हम सब के लिए ये ही बेहतर है कि हम इसे व्यक्तिगत रूप से न लें.बस, मुस्कराईये, हाथ हिलाइए , वो ठीक हो जाएँ ऐसी कामना कीजिये और आगे बढिए.
मित्रों, इस बात का सारांश ये हैं कि किसी का कचरा अपने ऊपर मत लीजिये क्यूंकि उसके बाद संभव है आप उस कचरे को ऑफिस में ,घर में या सड़क में लोगों के ऊपर डालने की कोशिश करें.
सफल लोग कभी भी इस तरह के कचरे के ट्रक को अपना दिन ख़राब नहीं करने देते. इसलिए जिन लोगों का व्यवहार आपके साथ अच्छा है उन्हें प्यार कीजिये और जिनका व्यवहार आपके साथ ख़राब है उनके ठीक हो जाने के लिए प्रार्थना कीजिये .जीवन सिर्फ 10% ही वो है कि आप उसको कैसा बनाते हैं काबी 90% इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसे कैसा लेते हैं. मेरी भगवान् से ये ही प्रार्थना है कि वो आपको कचरा रहित जीवन दे.

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